
सरकार द्धारा उठाए गए कदम सराहनीय, सबको पालन करना चाहिए

धर्मस्थल स्थल बंद करना योग्य, मगर हवन, पूजा पाठ वातावरण शुद्धिकरण के लिए जरुरी
हायैटक परिसरों में साफ सफाई होती है मगर स्लम एरिया में ध्यान देना भी जरुरी
सनातन धर्म के प्रति बढना चाहिए लोगों की आस्था, श्रीरामनवमी पर घर घर हवन पूजा लोग करें
धारा 144 घरों में पूजा पाठ करने से नहीं रोकता
भारत ही नहीं पूरे विश्व में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा है। लोगों में डर भय, खौफ का माहौल है। लेकिन लोगों को डरने की बजाए कोेरोना से बचने के लिए सरकार द्धारा दी गई हिदायतें, सावधानियों पर अमल करनी चाहिए और सरकार का सहयोग करना चाहिए। स्कुल, कॉलेज, मॉल, सिनेमाघर, तीर्थस्थल,धर्मस्थलों, एतिहासिक धरोहरों को सरकार ने कुछ दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया यह एक स्वागत योग्य है।

पुणे, पिंपरी चिंचवड, मुंबई समेत कई महानगरों में धारा 144 लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके पीछे मकसद केवल इतना है कि एक जगह पर कई लोगों का जमावडा न लगे और लोग कोरोना की चपेट से बचे। कोरोना वायरस को नियंत्रण करने के लिए मंदिरों, मठों, घरों में हवन, पूजा पाठ कीर्तन भजन करने की आवश्यकता है। धर्मस्थल बंद होने के बावजूद बाहर पंडित, महाराज, पूजारी, संचालक मंडल को हवन करके वातावरण को शुद्ध करना चाहिए। इससे कोरोना वायरस को नियंत्रण में किया जा सकता है। इसके विषाणु को नष्ट किया जा सकता है। पूजा पाठ करने के लिए धारा 144 लोगों को नहीं रोकता। रामनवमी का उत्सव आ रहा है। लोगों को कोरोना के खातमे के लिए अपने घरों में हवन, होम, पूजा पाठ करना ही चाहिए। ऐसा आवाहन विश्व श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालबाबु गुप्ता ने लोगों से की है।
ऐसे संकट की घडी में मेडिकल सायंस कोरोना के खातमे के लिए दवाईयों की खोज में लगा है। लेकिन लोगों को सनातन धर्म में आस्था व विश्वास रखकर हवन,पूजा पाठ, कीर्तन करनी चाहिए। मॉल, सिनेमाघरों बडे व्यवसायिक संस्थानों में पहले से ही साफ सफाई हो रही है। लेकिन शहर की झुग्गी झोपडी परिसर में नगरनिगम, ग्रामपंचायत, जिला प्रशासन को साफ सफाई, जनजागृति पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।

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